मैं यानी स्वप्निल राज ग्वालानी जिसे सब प्यार से रानी कहते हैं और मेरा भाई सागर राज ग्वालानी जिसे हम सब प्यार से सोनू कहते हैं। हम दोनों को रेत पर मस्ती करते देखने की कल्पना को साकार करने का काम किया है हमारी प्यारी-प्यारी मम्मी श्रीमती अनिता ग्वालानी ने। मेरे हाथ में जो भी चीच है, वह एक लड्डू की तरह लग रही है। वैसे यह क्या चीज है मैं बताने वाली नहीं हूं। मैं इसके बारे में बाद में बताऊंगी, पहले मैं आप लोगों से जानना चाहती हूं कि ये क्या है?
Why I want to be house captain
6 years ago
8 comments:
अरे तुम तुम भी सवाल पूछने लगी? आगे ही ताऊजी राज् भाटिया जी ने नाक मे दम कर रखा है प्रश्न पूछ 2 कर हमसे तखंसने खेलने की बात किया करो बेटाजी बहुत बहुत आशीर्वाद तस्वीर सुन्दर है
तुम ही तो बता रही हो कि लड्डु है.. फोटो पर कलाकारी अच्छी की है..
प्यार..
क्या बात है। फिर तो टेस्ट भी गजब का होगा।
ह ह हा।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
बढिया है......कलाकारी है
बहुत अच्छे बच्चों
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गुलाबी कोंपलें · चाँद, बादल और शाम
अरे बेटा ना तो तुम रेत पर हो ना ही तुम्हारे हाथ मै लडडू है, ओर हमे भी नही पता कि तुम्हारे हाथ मे अमरुद है, अब बेटा तुम्ही बता दो कि अमरुद है, हम हार मान लेते है, लेकिन चित्र बहुत सुंदर है:
ये जरूर मोतीचूर का लड्डू होगा:)
ये है छिला हुआ संतरा
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