सोनू के साथ मेरे को भी झूला झूलने का बहुत शौक है। हमारे घर के पास में ही गार्डन है। हम लोग वहां पर जाकर दिन भर मस्ती करते हैं। खासकर संडे के दिन तो हमारे मजे रहते हैं। सोनू तो झूले का इतना दीवाना है कि कहीं भी झूला झूलने लगता है। हम लोग घर की छत पर गए तो नल के पाइप को ही झूला बनाकर झूलने लग गया ये बंदर।
3 comments:
प्यारे बंदर.. झुल झुल..
प्यार.
वाह !! मैं भी बचपन में ऐसा ही करता था... छत पर नल के पाइप पर झूला झूलता था...
वाह प्यारे अब तो हमें भी आपके साथ झूलने का मन करने लगा...... सावन जो है.......
Post a Comment